सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए शुरू की गई एक प्रभावी योजना है। इसका उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए बचत को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत माता-पिता अपनी बेटी के नाम पर खाता खोल सकते हैं, जिसमें वे न्यूनतम 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक सालाना जमा कर सकते हैं
सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की बेटियों के लिए बचत को प्रोत्साहित करना है। इसका मकसद है कि बेटी की शिक्षा और शादी के खर्चों को बिना किसी वित्तीय बाधा के पूरा किया जा सके। इस योजना के तहत माता-पिता या अभिभावक अपनी 10 वर्ष से कम आयु की बेटियों के लिए खाता खुलवा सकते हैं। यह खाता बेटी के 21 साल पूरे होने तक चलता है, और जमा की गई राशि पर आकर्षक ब्याज मिलता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के मुख्य लाभ
- सुकन्या समृद्धि योजना में मिलने वाली ब्याज दर अन्य बचत योजनाओं की तुलना में काफी अधिक होती है। फिलहाल यह दर लगभग 7.6% प्रति वर्ष है, जो कि वित्तीय बाजार की मौजूदा दरों के हिसाब से बेहद आकर्षक है।
- इस योजना में जमा की गई राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर छूट मिलती है, जिससे यह योजना और भी फायदेमंद हो जाती है। साथ ही, परिपक्वता पर प्राप्त राशि और अर्जित ब्याज भी कर मुक्त होते हैं।
- इस योजना के तहत सालाना 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक की राशि जमा की जा सकती है, जिससे यह योजना गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए भी सुगम बनती है।
- योजना में बेटी के 18 साल के होने के बाद उच्च शिक्षा या शादी के लिए 50% तक की राशि निकाली जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना पात्रता
- बेटी की उम्र 10 वर्ष होनी चाहिए।
- एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए खाता खोला जा सकता है।
- खाता खोलने के लिए जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का पहचान पत्र, और निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है।
सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने की प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि योजना का खाता किसी भी नजदीकी बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है। खाता खोलने के लिए आपको बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता के पैन कार्ड, आधार कार्ड और निवास प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज प्रस्तुत करने होते हैं। खाता खोलने के बाद आप साल भर में न्यूनतम 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।