बीमा सखी योजना 2024, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा के पानीपत से शुरू की गई एक अनूठी पहल है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। खासतौर पर 10वीं पास महिलाओं के लिए डिज़ाइन की गई यह योजना उनके जीवन को नई दिशा देने का वादा करती है।
बीमा सखी योजना का उद्देश्य
बीमा सखी योजना महिलाओं को बीमा एजेंट (एलआईसी बीमा सखी) के रूप में रोजगार प्रदान करती है। योजना के तहत महिलाएं न केवल बीमा सेवाएं प्रदान करेंगी, बल्कि हर बीमा पॉलिसी बेचने पर कमीशन और नियमित वेतन भी अर्जित करेंगी। यह पहल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और उन्हें स्वरोजगार के माध्यम से समाज में एक मजबूत पहचान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
बीमा सखी योजना के लाभ
- पहले वर्ष: ₹7,000 प्रति माह।
- दूसरे वर्ष: ₹6,000 प्रति माह।
- तीसरे वर्ष: ₹3,000 प्रति माह।
- इसके अलावा महिला को हर महीने ₹2,100 प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- महिलाएं अपने द्वारा बेची गई पॉलिसी पर आकर्षक कमीशन भी अर्जित करेंगी, जिससे उनकी आय में और वृद्धि होगी।
- यह योजना करीब 35,000 महिलाओं को रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।
- महिलाएं अपने क्षेत्र में बीमा सेवाएं देकर आत्मनिर्भर बनेंगी।
बीमा सखी योजना पात्रता और आवश्यक दस्तावेज
- भारतीय मूल की महिला होनी चाहिए।
- आयु सीमा: 18 से 50 वर्ष।
- शैक्षणिक योग्यता: न्यूनतम 10वीं पास।
- आधार कार्ड और बैंक खाता होना अनिवार्य।
- निवास प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
बीमा सखी योजना आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- मांगी गई जानकारी और दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन फॉर्म को सावधानीपूर्वक भरने के बाद सबमिट करें।
- चयनित महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और उनका अकाउंट सक्रिय किया जाएगा।
महत्वपूर्ण तारीखें और आयोजन
बीमा सखी योजना का शुभारंभ 9 दिसंबर 2024 को पानीपत में किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी अन्य महिला-केंद्रित योजनाओं की भी घोषणा कर सकते हैं। आयोजन में 35,000 से अधिक महिलाओं की सुनिश्चित की गई है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में नई पहल
बीमा सखी योजना के जरिए महिलाएं न केवल आय अर्जित करेंगी, बल्कि समाज में अपनी स्वतंत्र पहचान भी बना सकेंगी। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के साथ-साथ उनके परिवारों और समाज के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगी।