भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN), देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल ₹6000 की आर्थिक सहायता तीन समान किस्तों में दी जाती है। 19वीं किस्त का ऐलान होने वाला है, और यह लाखों किसानों के जीवन में नई उम्मीदें लेकर आएगी। आइए जानते हैं इस योजना और 19वीं किस्त से जुड़ी हर जानकारी।
PM-KISAN योजना की शुरुआत और उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में इस योजना की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य देश के छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय मदद प्रदान करना है ताकि वे कृषि कार्यों में होने वाले खर्च को आसानी से पूरा कर सकें। योजना के तहत किसानों के खातों में प्रत्यक्ष धन हस्तांतरण (Direct Benefit Transfer) किया जाता है।
कौन उठा सकता है योजना का लाभ?
- सरकारी कर्मचारी या पेंशनभोगी।
- जो लोग आयकर का भुगतान करते हैं।
- पेशेवर जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, आदि।
- बड़े भूमिधारक या संस्थागत भूमि मालिक।
19वीं किस्त से पहले ई-केवाईसी क्यों है जरूरी?
सरकार ने 19वीं किस्त के लिए सभी लाभार्थियों के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) को अनिवार्य कर दिया है। ई-केवाईसी का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योजना का लाभ सही और योग्य किसानों तक पहुंचे। जिन किसानों ने अभी तक ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह प्रक्रिया ऑनलाइन या नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से की जा सकती है।
19वीं किस्त कब जारी होगी?
19वीं किस्त के लिए सरकार ने नवंबर 2024 के अंत तक की समय सीमा तय की है। लाभार्थी किसान अपने बैंक खातों में इस किस्त का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, केवल वही किसान इस किस्त का लाभ उठा पाएंगे जिन्होंने ई-केवाईसी और अन्य दस्तावेज समय पर अपडेट किए हैं।
योजना के तहत पैसे कैसे चेक करें?
- PM-KISAN पोर्टल पर जाएं।
- “लाभार्थी सूची” सेक्शन में जाकर अपना नाम और विवरण दर्ज करें।
- यहां आपको यह पता चलेगा कि किस्त आपके खाते में आई है या नहीं।
PM-KISAN योजना का प्रभाव
PM-KISAN योजना ने अब तक लाखों किसानों को आर्थिक राहत प्रदान की है। यह योजना न केवल कृषि क्षेत्र को सशक्त बना रही है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रही है। इसके माध्यम से किसान न केवल अपनी खेती को बेहतर बना रहे हैं, बल्कि अपने परिवारों के जीवन स्तर में भी सुधार ला रहे हैं।